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एक ही रंग

रंग-रंग मस्तक पे चढ़ा हो रंग-रंग हर अंग लगा हो। रंग ऐसा जो कभी न उतरे, ऐसे रंग का भंग पिया हो॥ रंग ऐसे हम चुनें जो मिलके, एक ही रंग से मुख...

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