Surabhi SonamApr 10, 20141 minनिर्झर और मीनकभी पात-पात, कभी जल-प्रपात, तैरी मैं तो हर प्रहर आठ। निर्झर प्रवाह की संगिनी मैं, मैंने देखे उसके सब घाट॥ सीखे निर्झर से पाठ कई, वो तरल...